साहित्य कला मंदिर और कलिंग लिटरेरी फेस्टिवल के सदस्यों के बीच हुई भेटवार्ता

काठमान्डू: लूनकरणदास–गंगादेवी चौधरी साहित्यकला मंदिर काठमान्डू एवं कलिंग लिटरेरी फेस्टिवल, भुवनेश्वर के सदस्यों के बीच एक अनौपचारिक बैठक हुई जिसमें काठमान्डु में आगामी समय में दोनों संस्थाओं के संयुक्त तत्वाधान में अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित करने के सम्बन्ध में परिचर्चा हुई । परिचर्चा में साहित्यकला मंदिर के अध्यक्ष श्री बसंत चौधरी, उपाध्यक्ष श्री हरिहर शर्मा, श्री राजेन्द्र शलभ, श्री रमण घिमिरे, डॉ श्वेता दीप्ति, श्री रंजना निरौला तथा भुवनेश्वर उड़ीसा से काठमान्डू यात्रा में आए हुए कलिंग लिटरेरी फेस्टिवल के मैनेजिंग डायरेक्टर एवं फाउन्डर श्री रश्मि रंजन परिदा तथा श्री देवाशीष सामन्त्रे जी की गरिमामय उपस्थिति थी । साहित्यकला मंदिर और कलिंग लिटरेरी फेस्टिवल के संयुक्त सहकार्य में काठमान्डु में नेपाल और भारत के साँस्कृतिक, धार्मिक तथा साहित्यिक परिप्रेक्ष्य में आगामी दिनों में संगोष्ठी की जानी चाहिए इस विषय पर सहमति बनी और यह उम्मीद जताई गई कि ऐसे आयोजन के माध्यम से दोनों देशों के बीच सदियों से चले आ रहे रिश्तों में और भी मजबूती आएगी । जैसा कि हम जानते हैं कि लूनकरणदास–गंगादेवी चौधरी साहित्यकला मंदिर नेपाल की एक प्रतिष्ठित संस्था है जो नेपाल में विभिन्न साहित्यिक एवं साँस्कृतिक गतिविधियों के अतिरिक्त विगत २८ वर्षों से नेपाल के विभिन्न क्षेत्रों से आबद्ध जाने माने स्रष्टाओं को सम्मानित करती आई है । उसी तरह कलिंग लिटरेरी फेस्टिवल भारत की एक गरिमामयी संस्था है जो भारत के विभिन्न क्षेत्रों से आबद्ध विशिष्ट स्रष्टाओं को सम्मानित करती आई है । दोनों संस्थाओं के सदस्यों ने पूरी उम्मीद जताई है कि हम आगामी समय में एक बहुआयामिक कार्यक्रम का आयोजन अवश्य करेंगे ।

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